बेलपत्र खाने के फायदे, नुकसान व औषधीय लाभ। Bael Patra Khane Ke Fayde.

बेलपत्र खाने के फायदे, नुकसान व लाभ।

सम्पूर्ण जानकारी।

Bael Fruit Ke Fayde or Aushadhiya Labh. Wood Apple Fruit In Hindi. 

बेलपत्र खाने के फायदे | बेलपत्र खाने के फायदे और नुकसान |  बेलपत्र खाने के नुकसान | बेलपत्र फल के उपयोग | बेलपत्र खाने के फायदे | वुड एप्पल फल के फायदे और लाभ | बेल के औषधीय उपयोग | Best Bael Fruit Health Benefits In Hindi | बेल के फायदे | बेल के नुकसान। बेलपत्र के औषधिय लाभ। | बेल का पेड़ | बेल का फल |

बेलपत्र खाने के फायदे :- आपने बेलपत्र फल के बारे में तो सुना ही होगा। जो पेड़ से टूटने के बाद भी कई दिनों तक सुरक्षित रख कर खाया जा सकता है। आज हम अपने इस लेख में आपको इस बेल फल को खाने से होने वाले शारीरिक फायदे और नुकसान और भारत में बेलपत्र धार्मिक महत्त्व के बारे में जानकारी देंगे।

बेल पत्र एक ऐसा फल है जिसका उपयोग स्वादिष्ट व्यंजन बनाने में किया जाता है। बेलपत्र फल में थायमीन, राइबोफ्लेव बीटा-कैरोटीन आदि पोषक तत्व पाए जाते है। जिस कारण बेल पत्र के पेड़ के सभी भागो को औषधीय रूप में उपयोग लाया जाता है। चलिए तो जानते है। बेल पत्र या वुड एप्पल खाने के स्वास्थ्य लाभ के बारे में।

बेल पत्र फ्रूट का पेड़ कैसा दिखाई देता है। – Wood Apple Fruit Tree In Hindi.

बेल पत्र के वृक्ष (Wood Apple Tree) के प्रमाण भारतीय ग्रंथो में भी पाए जाते है। इसे दिव्य वृक्ष कहा जाता है। इसका वृक्ष लम्बा और घना छायादार होता है। इसका तना हल्का भूरे रंग का होता है और इसकी शाखाएं लम्बी और टेडी मेडी होती है।

जो की कांटेदार होती है। इसके पत्ते हरे रंग के लम्बे व नुकीले होते है। बिल्व या बेल पत्र  के जड़, छाल, पत्ते तथा शाख और फल व फूल सभी औषधि रूप में उपयोगी हैं। प्राचीन काल से इस बेल पत्र के फल को ‘श्रीफल’ के नाम से जाना जाता है।

बेल पत्र के पौधे को लगभग मई-जून के महीने में लगाया जाता है। बेल पत्र के पेड़ पर फूल और फलकाल का समय फरवरी से जुलाई तक होता है।

बेलपत्र  फ्रूट दिखने में कैसा होता है। Wood Apple Fruit Benefits in Hindi.

Bael फल के तासीर ठंडी होती है। बिल्व फल आकार में गोलाकार और अंडाकार दिखाई देते है। बेल का बाहर का हिस्सा कठोर व चिकना होता है। और अंदर का हिस्सा गुदेदार और मुलायम होता है। इसमें छोटे छोटे 10 – 15 बीजो का समूह होता है जो चिकने व सफेद होते है।

जो कड़वे होते हैं बेल फल खाने में मीठा होता है। बेल फल कच्चा होने पर हरा होता है। और पक जाने पर पीले रंग का बन जाता है। गर्मी में लू लगने से हमें कई दिक्कतें हो जाती हैं जैसे दस्त लगना, लू लगाना, उल्टी होना और शरीर में गर्मी उत्पन्न होना।

इन सब से छुटकारा पाने के लिए बेल के फल से बनने वाले जूस और शरबत हमारे लिए काफी लाभदायक है। पेड़ से टूटने के बाद भी यह कई दिनों तक खाने लायक बना रहता है।

बेलपत्र के पेड़ का धार्मिक महत्त्व।

बेल सबसे ज्यादा भारत में पाए जाने वाला पेड़ है।  बेलपत्र के पत्तों का धार्मिक उपयोग पूजा में किया जाता है। बेल एक पवित्र पेड़ है। हिंदू धर्म में इसकी सबसे ज्यादा मान्यता है। बेल का पेड़ भगवान शिव जी को काफी पसंद है।

बेल पत्ते शुभ माने जाते हैं शिवजी की पूजा करने के लिए बेल के पत्तों और फल दोनों का काफी इस्तेमाल किया जाता है।  ऐसा माना जाता है। कि सोमवार के दिन शिव जी पर बेल के पत्ते व फल चढ़ाने से सारी मनोकामनाएं पूरी होती है।

बेलपत्र फल में पाए जाने वाले पोषक तत्व – Nutrients Found In bAEL Fruits In Hindi.

बेल के फल में पाए जाने वाले पोषक Nutrients तत्व इस प्रकार है। :- बेल के फल में बीटा कैरोटीन, विटामिन सी, प्रोटीन, टैनिन, पेक्टिन, कैल्शियम, फास्फॉरस, फाइबर, आयरन, थायमीन और राइबोफ्लेव बीटा आदि पोषक तत्व होते है। जो हमारे शरीर को काफी फायदा पहुंचाते हैं।

बेल पत्र या बिल्व को इंग्लिश में क्या कहते है?

बेल पत्र अंग्रेजी में बेल और बिली के रूप में जाना जाता है. (in English Commonly Known as Bael and Bili)

कुछ अन्य भाषाओं में बेल के नाम। 

  • Hindi में – बेल, श्रीफल;
  • Gujarati में – बीली (Beli);
  • Telugu में मारेडु, बिल्वपंडु
  • Tamil में – बिल्वम, बिल्वपझम
  • Bengali में – बेल
  • Nepali में – बेल (Bel);
  • Marathi में – बेल, बीली (Bili)
  • English में – बेल ट्री (Bael tree), इण्डियन बेल (Indian bael), Wood Apple.
  • Sanskrit में -बिल्व

Bael Fruit का scientific नाम क्या है ?

बेल का वानास्पतिक नाम Aegle marmelos (एगलि मारमेलोस) है।

भारत में Bael Fruit की खेती कहा की जाती है?

बेलपत्र के वृक्ष वैसे तो आपको पुरे भारत में मिल जाते है। परन्तु अधिकतर इस का पेड़ भारत में विशेषत हिमालय की तराई में और सूखे पहाड़ी क्षेत्रों में पाए जाते है।

Bael Fruit की कुछ खास किस्मे इस प्रकार है।

Narendra Bael-5, Narendra Bael-7, Narendra Bael-9 .

बेल पत्ता खाने के फायदे।

बेल पत्ता हमारे पेट के लिए बहुत गुण करी है। यदि सुबह उठ कर नित्यक्रिया के पश्चात बेल के पत्ते का सेवन किया जाए तो यह हमारे शरीर में गैस की समस्या, नपुंसकता, दमा रोग, एसिडिटी, कृमि नाशक, ज्वर आदि की समस्या नहीं होने देता। (इस प्रकार की समस्या से बचने के लिए आप बेलपत्र के छोटे व बढ़े बेलपत्र फल का चूर्ण बनाकर भी उपयोग में ला सकते है।) इसलिए हमे 1 या 2 बेल पत्ते का सेवन जरूर करना चाहिए। परन्तु इसके खाने के बाद अपने दातों को तुरंत साफ कर लेना चाहिए क्योकि इससे दाँत काले पढ़ जाते है। बुखार या ज्वर होने पर बेल के पत्तों का काढ़ा बनाकर पीया जाता है।

बेलपत्र खाने के फायदे – Wood Apple Fruit HEALTH Benefits And Side Effects In Hindi.

बेलपत्र खाने के फायदे - Wood Apple Fruit HEALTH Benefits And Side Effects In Hindi.

बेल के पेड़ का उपयोग औषधि के रूप में भी किया जाता है। बेल के पत्ते, छाल, जड़ और फल बहुत ही गुणकारी होते हैं बेल फल का उपयोग आयुर्वेद की दवाइयों में कच्चे फल के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। और आधे पके हुए फल से मुरब्बा मनाया जाता है। पके हुए फल से शरबत और जूस बनाया जाता है। बेल के जूस को हेल्दी ड्रिंक के रूप में लिया जाता है।

1. रक्त की मात्रा बढ़ाए बेलपत्र के उपयोग। – Use Of Belpater To Increase Blood Volume.

शरीर में खून की मात्रा बढ़ाने के लिए पत्ते और बेल से बनने वाला जूस दोनों ही हमारे लिए बहुत ही उपयोगी हैं शरीर में खून की कमी को पूरा करता है। बेल का जूस पीने से शरीर में खून बनता  है।

2. गर्मियों में लू से बचाएं बेलपत्र खाने के फायदे। – Benefits Of Eating Bael Fruit In Summer.

बेलपत्र की तासीर क्या है? बेलपत्र फल की तासीर ठंडी होने के कारण बेल के फल से बनने वाले जूस का उपयोग गर्मियों में लू लगने की समस्या से निजात दिलाने के लिए किया जाता है। बेल का जूस पीने से गर्मियों में ठंडक मिलती है। और यह हमें गर्मी से भी राहत दिलाता है। बेल के जूस या शरबत की तासीर ठंडी होती है। जो की गर्मियों में काफी लाभदायक है।

3. चोट लगने पर बेल फल की पतियों के उपयोग – Use Of Wood Apple Fruit Husbands On Injury.

यदि शरीर पर की कारण चोट लग जाए तो बेल के फल की पत्तियों का पेस्ट बनाकर इसे शरीर की जिस हिस्से पर चोट लगी है। इस पेस्ट को चोट वाली जगह पर लगाइए ऐसा करने से चोट में होने वाला दर्द और चोट की सूजन में काफी आराम मिलता है। और घाव भी जल्दी भर जाता है।

4. शरीर को ठंडक प्रदान करे बेलपत्र फल का सेवन। – Use Vine Leaf Fruit To Provide Coolness To The Body.

बेलपत्र फल का जूस हमारे शरीर को ठंडक देता है। और गर्मियों के अंदर शरीर में होने वाली पानी की कमी को भी पूरा करता है। जिससे गर्मियों में लू से बचा जा सकता है। और गर्मी से भी निजात दिलाता है। यह हमारी त्वचा को गर्मियों में बचा कर रखता है।

5 . कब्ज रोग में बेलपत्र खाने के फायदे। – Benefits Of Eating Vinegar Fruit In Constipation Disease.      

बेल से बनने वाला जूस पीने से कब्ज की समस्या दूर होती है। । बेल के फल का  रोज शरबत और जूस पीने से कब्ज में  राहत मिलती है। । बेल फल में  टैनिन और पेक्टिन पोषक तत्व मुख्य रुप से डायरिया और पेचिश के इलाज में भूमिका निभाते हैं। यदि आपको भूख कम लगती है या आपका जी मिचलाता ही तो आप  बेलपत्र के गूदे को पानी में मिलकर उसमे चुटकी भर लौंग, काली मिर्च का चूर्ण और मिश्री मिला कर कुछ दिन लेने से भूख बढ़ेगी।

6. मुँह के छाले, दांत और मसूड़ों की समस्या में बेलपत्र खाने के फायदे। 

यदि आपके भी मुँह में छाले और मसूड़ों में समस्या है तो आपको बेल पत्र फल के गुदे को पानी में उबालकर कुछ दिन तक  कुल्ला करने से मुँह के छाले और मसूड़े स्वस्थ हो जाएंगे। आप चाहे तो इस का जूस बनाएं और इसे जूस को पीने से भी दांत और मसूड़े दोनों स्वस्थ रहते हैं दांतो में मजबूती आती है।

7. बेल फल में पाए जाने वाले गुण – Properties Found In Belpatr Fruit.

बेलपत्र फल में मौजूद टैनिन कालरा नामक रोग के उपचार में उपयोग होता है।  साथ ही बेलपत्र के कच्चे गुदे का उपयोग सफेद दाग वाली बीमारी को ठीक करने में किया जाता है। बेलपत्र फल के पत्ते का चूर्ण बनाकर उपयोग करने से कैंसर रोग होने के चांस कम हो जाते है। बेल पत्र फल के पेड़ से निकलने वाला तेल अस्थमा व श्वसन सबंधी रोगो में काफी लाभदायक होता है।

8. पेचिश रोग में बेलपत्र खाने के फायदे। – Benefits Of Eating Bael Fruit In Dysentery.

बेल का जूस पेचिश के मरीजों के लिए काफी लाभकारी है।  हमारे शरीर में खाना अच्छे से न पचने के कारण डायरिया जैसी समस्या पैदा हो जाती है।  पेचिश बीमारी को ठीक करने के लिए दिन में दो बार बेल के जूस का सेवन जरूर करें।

9. बार-बार पेशाब की समस्या में बेलपत्र खाने के फायदे। 

कई लोग बार-बार पेशाब जाने की समस्या से पीड़ित है।  लोगों को बेल के जूस का सेवन करना चाहिए इससे शरीर में ठंडक बनी रहेगी और पेशाब की दिक्कत भी दूर होगी है। गर्मी में बहुत ही लाभकारी है। 10 ग्राम बेलपत्र गिरी को लेकर व 5 ग्राम सोंठ को अच्छी तरह पीस कर 400 मिली पानी में घोल कर काढ़ा बना लें। और इसका सुबह-शाम सेवन करे।

10. कान में दर्द होने पर बेलपत्र खाने के फायदे। 

बेल का फल कान के दर्द से राहत दिलाता है।  बेल के फल से बनने वाला जूस कान के दर्द को, कान बहना और कानों से सुनाई न देना आदि समस्याओं को दूर करता है।  अगर आप कान के दर्द से पीड़ित है।  और आप बेल के फल का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो इससे पहले अपने डॉक्टर से इस बारे में जरूर पूछ ले इसके बाद ही आप  बेल के फल का उपयोग कर सकते हैं।

11. शरीर को एनर्जी प्रदान करे बेल फल। The Benefit Bell Fruit Should Provide Energy To The Body.

बेल के 100 ग्राम गूदे में 150 कैलोरी पाई जाती है। बेल में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। जो हमारे शरीर को मजबूत बनाए रखने में हमारी काफी मदद करता है।

12. खून को साफ रखने में बेलपत्र खाने के फायदे। – The Benefits Of Eating Vinegar To Keep The Blood Clean.

बेल का जूस पीने से रक्त को साफ किया जा सकता है। मध्यम आकार का बेल ले और थोड़ी-सी चीनी और दूध और पानी मिलाइए। इन सारी चीजों को मिक्स करके जूस बनाइए और इस जूस का रोज सेवन करने से हमारे शरीर को बहुत ही फायदा होता है। और हमारा खून साफ रहता है। या फिर बेल के रस की थोड़ी से मात्रा में गुनगुना पानी मिलाएं। जिसमे थोड़ी सी मात्रा में शहद मिलकर सेवन करने से भी रक्त साफ हो जाता है।

Bael Patra का जूस कैसे बनाएं। 

बेल का जूस बनाने के लिए सबसे पहले एक बेल ले और उस बेल को फोड़े क्योंकि बेल बाहर से कठोर होता है।  फोड़ने  के बाद बेल के अंदर का गुददा निकाले और इसके बीज अलग कर दें बेल के गूदे से जिस तरह हम चटनी बनाते हैं। उस तरह पीसीये फिर उसको एक  छलनी की सहायता से छान ले अब छाने हुए बेल में दूध, पानी और थोड़ी सी मात्रा में चीनी डालें और सारे मिक्सर को मिक्स कीजिए सारी चीजों को मिक्स कीजिए मिक्स करने के बाद बेल का जूस तैयार है।

बेल फल का इस्तेमाल कैसे करे – How to use wOOD aPPLE fruit In Hindi.

  • बेल का कच्चा फल आयुर्वेद की दवाइयों में किया जाता है।
  • आधे पके हुए फल का उपयोग मुरब्बा बनाने में किया जाता है।
  • बेल के कच्चे फल से चटनी भी बनाई जा सकती है। जो खाने में बहुत ही स्वादिष्ट बनती है।
  • बेल के फल से आइसक्रीम भी बनाई जाती है। जो खाने में बहुत ही टेस्टी बनती है।
  •  बेल का उपयोग शरबत और जूस बनाने में भी किया जाता है।

बेल फल खाने के नुकसान – wOOD aPPLE fRUIT HEALTH Benefits And Side Effects In Hindi.

  1. बेल का अधिक मात्रा में सेवन करने से शरीर में अन्य समस्याएं पैदा हो सकती है। जैसे दस्त लगना, पेट दर्द होना आदि। इसलिए सभी फल का सही मात्रा में प्रयोग करना चाहिए।
  2. जिन लोगों को बेल का जूस पीने से एलर्जी होती है। वह बेल के जूस का सेवन ना करें क्योंकि हैं उनके लिएएलर्जी की संभावना को बढ़ा शक्ति है।
  3. बेल से बनने वाले शरबत और जूस में ज्यादा मात्रा में शुगर होने के कारण इससे डायबिटीज के लोगों की समस्या ज्यादा बढ सकती है। बेल फल डायबिटीज के रोगियों के लिए हानिकारक होता है।
  4. ब्लड प्रेशर के मरीजों को भी बेल के जूस से परहेज करना चाहिए इसलिए हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को गर्मियों में बेल का रस नही पीना चाहिए।

Note :- हमारी यह वेबसाइट आपको किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह नही देता हैं. बताए गए घरेलू  उपचारों में से किसी का उपयोग करने से पहले अपने नजदीकी डॉक्टर या अन्य स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता से सम्पर्क जरुर करे।

Subject :- 
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निष्कर्ष:-

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मैं बेचलर ऑफ़ आर्ट्स से ग्रेजुएट हूँ। मैंने ब्लॉग लिखने की शुरुआत अपने CSC Center के साथ-साथ की थी, जिसमें अब मुझे 3 वर्षों का अनुभव हो चुका है। वर्तमान में मै Haryana Yojana व Haryana से जुड़े सभी Portal के बारें में Superfast3educatoin.in पर जानकारी शेयर करता हूँ।