जिंदगी बदलेंगे कदम्ब पेड़ के फायदे व नुकसान। Best Kadamba Tree In Hindi.

Kadamb Tree Ke के औषधीय गुण:-  Medicinal properties of Kadam tree.

सम्पूर्ण जानकारी।

सेहत के लिए कदम्ब के फायदे, नुकसान व औषधीय लाभ  – Kadamb Tree Ke Fayde.

कदम्ब पेड़ के फायदे और नुकसान | Best Burflower Fruits In Hindi |  Kadamba Fruits Health Benefits in Hindi | Kadamb Khane ke Fayde or Nuksan.| कदम्बा खाने के फायदे | कदम्ब खाने के नुकसान | कदम के उपयोग | कदम्ब के पत्ते खाने के फायदे | कदम की तासीर कैसी होती है। | Kadamb Tree Ke Fayde |

नमस्कार दोस्तों आज हम फिर हाजिर है एक नये लेख के साथ। इस लेख में हम आपको कदम्ब के फायदे, उपयोग व औषधीय गुण के बारे में जानकारी देंगे। कदंब हमारे शरीर में कैंसर की कोशिकाओं को फैलने से रोकता है। ब्लड शुगर को नियंत्रण में रखने के लिए कदंब के पेड़ की पत्ती, छाल और जड़ें काफी कारगर है। इसके अलावा कदंब का पेड़  खांसी, जुकाम, बुखार तथा अन्य मौसमी बीमारियों को ठीक करने में काफी साहयक सिद्ध होता है। कदम्ब का पेड़ औषधीय गुणों के रूप में जाना जाता है। यह कई बीमारियों को दूर करता है तो आइये जानते है कदंब खाने के फायदे, नुकसान और औषधीय  लाभ के बारे में।

हिंदु धर्म में कदम्ब के पेड़ का धार्मिक महत्व :- Religious importance of Kadamba tree in Hinduism.

कदंब पेड़ (kadam tree) का हिंदु धर्म में बहुत ही महत्व है. वेदों और पुराणों में भी इस कदम्ब के पेड़ व इसके फूलों का उल्लेख किया गया है। ऐसा माना जाता  है कि भगवान श्री कृष्ण इस पेड़ पर चढ़ कर  बांसुरी बजाया करते थे। उनको यह वृक्ष बहुत ही लोकप्रिय था। साथ ही यह भी मान्यता है की मान्यता ये भी है कि जहां-जहां भगवान श्री कृष्ण की गाय डटी उसी स्थान पर कदम्ब के पेड़ भी उगे हैं। इसलिए इस कदम्ब के पेड़ का धार्मिक एवं ऐतिहासिक महत्व है।

कदम्ब का वृक्ष कैसा होता है? – What is Kadamba tree like?

कदम्ब के वृक्ष दक्षिण एवं दक्षिण पूर्व एशिया के इलाकों में पाया जाने वाला एक उष्णकटिबंधीय सदाबहार वृक्ष है। यह कदम्ब का पेड़ Rubiaceae (रूबिएसी) कुल का है। जिसको अंग्रेजी में Wild Cinchona के नाम से जाना जाता है।  कदम्ब के पेड़ की ऊँचाई 20 से 30 फीट के लगभग होती है। कदम्ब वृक्ष पर फूल वर्षा ऋतु में आने लगते है। इस पेड़ पर लगने वाले फूल बहुत ही सुंदर और अनोखे होते है। यह पेड़ बहुत ही जल्दी बढ़ जाता है। गर्मी का मौसम यानि की मई के महीने  में इस पेड़ पर फल आने लगते है। कदंब के पेड़ को बफलर ट्री, लारन, लीचर्ड पाइन, कडम, चीनी एंथोसेफालस, व्हाइट जैबोन, जंगली सिनकोना के नामों से भी जाना जाता है।

कदम्ब के पत्ते कैसे होते है? – How are Kadamba Leaves Made?

कदम्ब के पत्तों का आकार बड़ा होता है। पत्तों को तोड़ने के उपरांत इसमें गोंद निकलता है। इसके पत्ते महुआ से मिलते- जुलते है। कदम के पत्ते मोठे, चिकने और चमकदार  होते है।

कदम्ब के फूल कैसे होते है? – How does Kadamba flower?

कदम्ब के फूलो की खुशबू बहुत ही सुगन्धित होती है। कदम्ब के फूल भगवान् कृष्ण को बहुत ही लोकप्रिय थे। इसके फूल सफेद और पीले रंग के होते है। फूलों पर पंखुड़िया नहीं होती है बल्कि फूल के चारों ओर सफेद सुगन्धित तंतु होते है। इसके फूलों में से इत्र भी निकाला जाता है। इसका अंकुर ठंडी तासीर का होता है।

कदम पेड़ का फल कैसा होता है? – What is the fruit of Kadam tree like?

कदम वृक्ष के फल निम्बू के समान गोल होते है। इसके फूल से ही फल बनता है फूलों के ऊपर की किनार झड़ जाने के बाद ये कच्चे हरे फल बन जाते है जो पक जाने के बाद लाल बन जाते है। इनका टेस्ट खाने में खटा -मीठा होता है।

भारत में कदंब पेड़ कहाँ पाया जाता है? – Where is Kadamba tree found in India?

भारत में कदम्ब का पेड़ हिमालय के निचले स्थानों पर पाया जाता है इसके अलावा कदम्ब का वृक्ष दक्षिण में उत्तरी-पश्चिमी घाट पर अधिक पाया जाता है। भारत में कदम्ब के पेड़ अंडमान,कोलकाता, पश्चिम बंगाल और असम में भी पाए जाते है।

कदम्ब का वानस्पतिक नाम क्या है? – What is the Botanical name of Kadamba?

कदम्ब का वानस्पतिक नाम रूबियेसी कदम्बा है, कदम्ब को पहले नॉक्लिया कदम्बा कहते थे।

कदम्ब को इंग्लिस में क्या कहते है?- What is Kadamba Called in English?

कदम्ब को इंग्लिस में “Wild Cinchona” (वाइल्ड सिन्कोना) कहते हैं।

अन्य भाषाओं में कदम्ब के नाम (Name of Kadamba Tree in Different Languags in Hindi)

भारत के अन्य प्रांतों में कदम्ब को भिन्न भिन्न नामों से पुकारा जाता है।तो चलिए जानते है कदम्ब पेड़ का अन्य भाषाओं में क्या  नाम है।

  • Sanskrit में :- नीप, वृत्तपुष्प, हलिप्रिय।
  • Hindi में :- कदम, कदम्ब।
  • Odia में :- कदम्बो, नीपो।
  • Kannada में :- कडुवे, कदावली।
  • Gujrati में :- कदम्ब, कदम्बा।
  • Telugu में :- कदंबमु, तुद्रा।
  • Tamil में :- वेल्लाकदम्ब।
  • Bengali में :- कदम, कलम्ब, बोलकदम।
  • Nepali में :- कदम
  • Marathi में :- कदम्ब, कलम्ब।
  • Malayalam में :- अट्टुट्टेक्का, कटम्पु।
  • English में :- Kadam, Chinese Anthocephalus, Common bur-flower tree.

कदम वृक्ष के औषधीय गुण:-  Medicinal properties of Kadam tree.

कदम के बहुत सारे औषधीय गुण है आयुर्वेद के मतानुसार कदम्ब कई रोगों को दूर करता है। कदम साँप विष नाशक, खाज-खुजली नाशक, चोट और मोच नाशक है। इसके साथ ही यह बलवर्धक एवं चर्मरोगों को भी दूर करता है। यह गर्भ से संबधित समस्या, कफ, पित्त और जलन में यह बहुत फ़ायदेमंद है। कदम मुँह के छाले को ठीक करता है तथा दुग्ध वर्द्धक होता है। कदम्ब के फल गर्म व चिकने होते है तथा यह पुरषों में वीर्य को बढ़ाते है।

कदम्ब खाने के फायदे। – Kadamb Tree Ke Fayde.

कदम खाने के बहुत सारे फायदे है यह हमारे शरीर की कई बीमारियों को दूर करता है जितना यह फल दिखने में छोटा है उससे भी कही अधिक यह गुणकारी है। कदम्ब खांसी, मूत्र संबंधी रोग, नाक-कान से खून निकलना, दस्त आदि रोगो में काफी लाभकारी होता है। कदम्ब फल ही नहीं बल्कि फल, पत्ते, छाल व जड़ सभी फायदेमंद होते है। कदम्ब के पत्ते भूख बढ़ाने में काफी कारगर है। तो चलिए जानते है कदम्ब खाने के अन्य फायदे और नुकसान के बारे में। :-

हड्डियों से संबधित समस्या में कदम्ब के फायदे। – Benefits of Kadamba in problems related to Bones.

कदम फल में एंटी-इंफ्लामेंट्री और एनाल्जेसिक के गुण होते है। इसके अलावा और भी गुण पाए जाते है जैसे की सिलीमारिन एपिगेनिन, क्वेरसेटिन, फ्लेवोनॉयड्स, डेडेजिन, जेनिस्टिन आदि। जो हमारे शरीर में हड्डियों से संबधित समस्या को दूर व इससे जुड़े दर्द को भी कम करता है। इसलिए हमे कदम्ब के फलों का सेवन अवश्य करना चाहिए।

चोट और सूजन को कम करें कदम्ब के गुण। – Reduce bruising and swelling Properties of Kadamba fruit.

कदम्ब के पत्ते तथा छाल को पानी में अच्छे से उबाले।  इसके उपरांत इस पानी में नमक को मिलाये तथा जहां पर चोट लगी है उस सूजे हुए स्थान की अच्छे से सिकाई कर ले। ऐसा करने से चोट और सूजन जल्द सही हो जाते है। सूजन होने वाले स्थान पर कदम्ब के पत्तों की हल्की गर्म सिकाई करके बांधने से सूजन में काफी लाभ होता है।

कदम्ब के फायदे मुँह के छाले को ठीक करने में मदद करें। – Benefits of Kadamba help in curing mouth Ulcer.

कई बार हम स्वाद के चक्कर में पड़ कर असंतुलित खाना खा लेने या फिर शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण में मुँह में छाले हो जाना आम बात है। और छाले कभी कभी इतना भयंकर रूप धारण कर लेते है। की हम खाना भी नहीं खा पाते है। इसके लिए कदम्ब के थोड़े से पत्ते ले और उन्हें अच्छे से पीस कर काढ़ा बना लें। इस काढ़े से गरारे करें। ऐसा करने से मुँह के छाले जल्दी सही होते है।

वजन कम करने में सहायक कदम्ब के फायदे। – Benefits of Kadamba helpful in reducing weight.

कदम्ब के पेड़ की जड़ का इस्तेमाल आप मोटापा कम करने के लिए भी कर सकते है क्योंकि इसकी जड़ में जो अर्क पाया जाता है उसमे लिपिड कम करने वाला गुण होता है इसलिए इससे वजन कम किया जा सकता है।

बुखार से निजात दिलाये कदम्ब की छाल। Kadamb Tree Ke Fayde.

प्राचीन समय में बुखार होने पर कदम्ब की छाल से बना काढ़ा प्रयोग में लाया जाता था। कदम्ब के वृक्ष में एंटी बैक्टीरियल  सहित अनेक गुण होते है यह बुखार को ठीक करने में हमारी सहायता करते है। कदम्ब की छाल का काढ़ा पिने से बुखार में जल्दी आराम मिलता है।

त्वचा से सम्बन्धी समस्या में कदम्ब के औषधीय गुण। – Medicinal properties of Kadamba in skin related problems.

त्वचा से संबंधित समस्या से निजात पाने के लिए कदम्ब का उपयोग बहुत ही फायदेमंद है आयुर्वेद के मतानुसार कदम्ब में रोपण तथा शीत के गुण होते है जिससे त्वचा से संबधित समस्या से छुटकारा मिल जाता है। शरीर पर हुए फोड़े-फुंसी से निजात पाने के लिए आपको कदम्ब के फूलों और पत्तों का काढ़ा बनाकर पीना चाहिए। शरीर पर लाल चकत्ते पड़ जाने पर कदम्ब के पेड़ की कोपलों को सुबह-शाम खाने से यह कुछ दिन में सही हो जाता है।

कैंसर को रोके कदम्ब के उपयोग। – Use of Kadamba to prevent cancer.

कदम्ब का उपयोग करने से स्तन कैंसर,प्रोस्टेट कैंसर तथा पेट का कैंसर और कई तरह के कैंसरो को रोका जा सकता है। यह कोशिकाओं के विकास को सीमित रखता है और उन्हें बढ़ने नहीं देता है। कदम्ब में कई बायोएक्टिव यौगिक होते हैं जो कीमोथेरेप्यूटिक एजेंटों के समान कार्य करते है।

डायबिटिज में लाभकारी कदम्ब की पत्तियां। – Kadamba leaves beneficial in diabetes.

जो लोग डायबिटिज से पीड़ित उन्हें कदम्ब की पत्तियों का नियमित तौर पर सेवन करना चाइये। अगर आप इसका सेवन करते है तो आपमें  टाइप-2 डायबिटिज का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है।कदम्ब में एंटी डायबिटीक के गुण होते है यह शरीर में इंसुलिन स्तर को सीमित रखते है। इसके साथ ही यह ब्लड शुगर के लेवल को भी ठीक रखते है। डायबिटिज के रोगियों को कदम्ब की पत्तियों का सेवन करते रहना चाहिए।

कदंब पेड़ के अन्य फायदे – (Kadamb Tree Ke Fayde)

  1. कदम्ब का फल खाने से खांसी जैसी समस्या को दूर किया जा सकता है।
  2. – मूत्र संबंधी बीमारी में फायदेमंद कदम्ब का फल।
  3. -आंखो की समस्या को दूर करे कदम्ब।
  4. – दस्त होने पर कदम्ब बहुत ही लाभकारी माना गया है।
  5. – अगर किसी को भूख नहीं लगती है तो कदम्ब का सेवन भूख बढ़ाने के लिए कर सकते है।
  6. – स्तनपान कराने वाली माताएं अपने दूध की कमी को ठीक करने के लिए कदम्ब के फल का सेवन कर सकती है।
  7. – शरीर की कमजोरी को दूर करने में सहायक कदम्ब।

कदम्ब के पेड़ के नुकसान – (Burflower tree side Effect In Hindi) – Kadamb Tree Ke Nuksan.

कदम्ब के फलों, पत्तियों, फूल, जड़, तना व छाल का उपयोग करना कभी नुकसानदायक नहीं होता है। परन्तु एक बात हमे हमेशा याद रखनी चाहिए। की किसी भी वस्तु की अति हमारे लिए नुकसानदायक होती है। इसलिए हमे सिमित मात्रा में ही कदम का सेवन करना चाहिए। आपको एक बात और बता दूँ की कदम का सेवन जरूरत से ज्यादा करने पर आपको कब्ज जैसी समस्या हो सकती है क्योकि यह हमारे शरीर में पचने में काफी समय लेता है।

कदंब का इस्तेमाल कितना करना चाहिए। Kadamb Tree Ke Fayde.

  • जरूरत पड़ने पर कदंब के काढ़ा का सेवन 10 से 20 मिलीग्राम ही करना चाहिए।
  • वही कदंब की छाल का इस्तेमाल 3 से 6 ग्राम के आस – पास कर सकते है।

नोट : – यह वेबसाइट चिकित्सा सलाह नही देता हैं इन घरेलू नुस्खों या उपचारों में से किसी का उपयोग करने से पहले अपने नजदीक डॉक्टर या अन्य स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता से हमे जरूर परामर्श करना चाहिए।

सब्जेक्ट:-

Kadamb Tree Health Benefits In Hindi. | Kadamb Tree Ke Fayde | 

निष्कर्ष:-

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मैं बेचलर ऑफ़ आर्ट्स से ग्रेजुएट हूँ। मैंने ब्लॉग लिखने की शुरुआत अपने CSC Center के साथ-साथ की थी, जिसमें अब मुझे 3 वर्षों का अनुभव हो चुका है। वर्तमान में मै Haryana Yojana व Haryana से जुड़े सभी Portal के बारें में Superfast3educatoin.in पर जानकारी शेयर करता हूँ।